हम असफल होने पर क्या करते है ? हा मित्रो ध्यान दो बताओ क्या करते है जब हम किसी लक्ष्य को प्राप्त करने में फेल हो जाते है । मतलब पहले तो हम...
हम असफल होने पर क्या करते है ?
हा मित्रो ध्यान दो बताओ क्या करते है जब हम किसी लक्ष्य को प्राप्त करने में फेल हो जाते है ।
मतलब पहले तो हम समझ ले फेल होना अच्छा है या बुरा ;
सही है बात है मतलब फेल होना बुरा है ,यह सभी को बैड फील करवाता है ।
दूसरा करते है क्या ....... हम जब फेल होते है ,
मतलब रोते है और क्या ,फेल होने पर आँशु आते है दुख होता है ।
रोना भी गलत नही है भावनाओ को रोका नही जा सकता ।
तीसरा क्या करते है कुछ लोग अकेले रोते है दुनिया को नही दिखाते है ।
क्योंकि हर फेलियर की लोग हँसी उड़ाते है मजाक बनाते है यही न ।फिर हम क्या करने लगते है लोगो से नजरें चुराने लगते है ,नजरंदाज करते है असफलता की बुराई करने वालो को ,हम भागते है असफलता दर्शाने वालो से ।यही करते है न ।न कि उन्हें फेस करते है ।क्या हम उनसे दो चार होते है नही न ,कही अगर उस असफलता की बात से साबिका ही हो जाये तो
हम क्या करते है अपनी असफलता का कारण दूसरे को बताने लगते है ,दुसरो को ब्लेम करते है -अबकी काम ही कठिन था माने परीक्षा में प्रश्न ही कठिन आये ,या गाड़ी खराब थी तो समय से नही पहुचे ,अब क्या करे किसी ने समझा नही हमे ।
वही खूब मेहनत करी परीक्षा सरल हो गयी अब सभी के अच्छे परसेंटेज आये ।अब मनचाहा कालेज न मिला तो अभिभावक भी कहने लगे हम कह रहे थे फलाना विषय लेते ।
आदि आदि तमाम बातें आती है ।
अब लेकिन मुद्दा वही है सवाल वही है ,प्रश्न वही है ,परिस्थिति भी वही है कि हम फेल हुये है किसी ने कोई हल दिया, नही न ।
इन सबसे हल नही निकलता ,समाधान मिलता है कर्म से ,स्वयं के मंथन से ,जब आप शांत से शांति में ,विचार करते हो ।
उपरोक्त बातों से आपको शान्ति नही मिलती बल्कि आप उलझ रहे हो विचारों के फंडों में ,सात्वनाओ की भीड़ में ।
प्रश्न उठता है कैसे बचें?
जीवन मे कोई ऐसा नही है जो फेल नही हुआ हो। कभी न कभी उन सलाहकारो ने फेलियर को फेस किया होगा ।न फेल होने बुरा है न फेल होके रोना बुरा है ,किन्तु फेलियर को गले लगाना बुरा है ,गलत है अपनी असफलता का दोष दुसरो को देना ,आप अपनी असफलता का कारण स्वयं के कर्म को मानो ,मतलब मानो बस ,अपनी आसफलता को स्वीकार करो ,यही आगे बढ़ने में मदद करेगी ,खोजो कहा गलती करी ,किस कारण फेल हुई ,खोजो स्वयं की गलतियों को ,काम करो उस कमजोरियों पर।
लग जाओ पुनः सफलता के मार्ग पर अबकी अवश्य मिलेगी ।।
यही संकल्प ही विजय दिलवाएगा ।।
हरि ॐ पुरण पंडित
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